जनपद गोंडा के नगर कर्नलगंज स्थित बालकृष्ण ग्राउंड में श्रीहनुमान गढ़ी सेवा समिति के तत्वाधान में श्रीराम कथा महोत्सव का आयोजन किया गया है। दूसरे दिन श्री राम कथा के दौरान कथा वाचक शिवम शुक्ला जी महाराज ने कहा कि श्रीमद्भागवत में कहा गया है। कि हमें दूसरों की गलतियों से सीख लेनी चाहिए, स्वयं गलती करके सीखने के लिए यह जीवन बहुत छोटा है। उन्होंने कहा कि शास्त्रों में हमारे संतो ने हम सबके जीवन को सुखमय व आनंद मय बनाने के लिए अपने अनुभव को हम सबके लिए लिपिबद्ध किया है। जिसका लाभ मानव जाति को अवश्य उठाना चाहिए।
उन्होंने शिवसती चरित्र का वर्णन करते हुए कहा कि श्रद्धा एवं विश्वास के साथ कथा का श्रवण करना चाहिए। कथा की अवज्ञा करने से जैसे सती को कष्ट उठाना पड़ा था। उसी तरह मनुष्य भी अपनों से बड़ों की बातों को न मानकर अनेक कष्ट उठाता है। श्रीराम कथा हम सबको मर्यादित और संस्कारित जीवन जीने का प्रेरणा स्रोत है। कथा सुनकर अपने आचरण में उतारने पर ही कथा सुनना सार्थक होगा। कथा व्यास ने भगवान शंकर द्वारा माता सती को रामकथा सुनाने, माता सती द्वारा शंका प्रकट करते हुए श्री राम की परीक्षा लेने, दक्ष प्रजापति द्वारा आयोजित यज्ञ में माता सती द्वारा स्वयं को भस्म करने की कथा का विस्तार पूर्वक वर्णन किया।
उन्होंने कहा कि शिवशंकर जैसा विवाह भूत, भविष्य और वर्तमान में कभी नहीं हो सकता। कथा व्यास द्वारा प्रस्तुत की जा रही कथा सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो उठे।अरुण वैश्य, अशोक गुप्ता, हरीकुमार वैश्य, प्रकाश जायसवाल, महेश गुप्ता, समीर गुप्ता, मुकेश सोनी, अशोक सिंहानिया, नंद किशोर सिंहानिया, रवि वैश्य, शिवनंदन वैश्य, अशीष शुक्ला, प्रमोद सिंहानिया, आयुष सोनी, विशाल कौशल आदि मौजूद रहे।